राजनीति क्यों.. Why Politics..??

 राजनीति की अवधारणा


              ― राजनीति एक सामाजिक विज्ञान है जो शक्ति, अधिकार और विभिन्न सामाजिक संरचनाओं के उपयोग से संबंधित होता है। इसका अर्थ है कि यह समाज, संस्थाओं और व्यक्तियों के संबंधों पर व्यापक प्रभाव डालती है।


राजनीति के अंतर्गत, लोगों द्वारा संगठित की जाने वाली सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं का अध्ययन, उनके उद्देश्यों, आवश्यकताओं, उपलब्धियों और संघर्षों का अध्ययन किया जाता है। इससे संबंधित विभिन्न विषयों के अंतर्गत आते हैं जैसे कि लोकतंत्र, शासन विधि, सामाजिक न्याय, राजनीतिक आदर्श आदि।


विभिन्न देशों में राजनीति के ढांचे, संगठन और संस्कृति में अंतर हो सकता है। इसलिए, राजनीति की परिभाषा अलग-अलग देशों और संस्कृतियों में भिन्न हो सकती है।


राजनीति के अर्थ को विभिन्न तरीकों से समझाया जा सकता है, लेकिन सामान्य रूप से राजनीति को समाज के निर्णयों, सरकार की नीतियों और शक्ति के वितरण पर नियंत्रण करने का विज्ञान या कला माना जाता है।


यह संगठित तरीके से संचालित होती है जो समाज के सदस्यों के बीच सत्तारूढ़ व्यक्तियों या समूहों को शामिल करती है। इन सत्तारूढ़ लोगों द्वारा संचालित नीतियां, कानून और नियमों का उद्देश्य समाज के सदस्यों के लिए सर्वाधिक लाभदायक होना चाहिए।


इसके अलावा, राजनीति एक समाजवादी संस्कृति भी है जो समाज के लोगों के बीच संवाद, सहमति और विरोध को प्रोत्साहित करती है। इसके लिए लोग जागरूक बनते हैं, नीतियों पर आलोचना करते हैं और स्वतंत्र रूप से अपने अधिकारों का उपयोग करते हैं।




राजनीति के उद्देश्य:-


राजनीति का उद्देश्य समाज के लोगों की जरूरतों को पूरा करना होता है। इसके जरिए समाज के सभी वर्गों की माँगों का ध्यान रखा जाता है और सबको न्याय दिलाया जाता है। राजनीति के माध्यम से लोगों को समाज के नियमों के बारे में जानकारी दी जाती है और उन्हें समाज में अपनी भूमिका का ज्ञान मिलता है।


इसके अलावा, राजनीति का उद्देश्य लोगों को संगठित करना भी होता है। यह एक सामाजिक और आर्थिक जागरूकता का माध्यम होता है, जो समाज को नए और बेहतर विकास की दिशा में ले जाता है। इसके साथ ही, राजनीति विभिन्न समस्याओं का समाधान करती है और समाज में संघर्षों को समाप्त करने में मदद करती है।


संक्षेप में, राजनीति का उद्देश्य समाज के लोगों को समृद्ध, स्वतंत्र और न्यायपूर्ण समाज की दिशा में ले जाना होता है।




राजनीति की आवश्यकता (क्यों जरूरी हैं):-


राजनीति एक ऐसी प्रक्रिया है जो समाज में शक्ति का वितरण, न्याय का सुनिश्चय, और संस्कृति का संरक्षण सुनिश्चित करती है। यह समाज के विकास और समृद्धि के लिए अत्यंत आवश्यक है। इसके अलावा राजनीति निम्नलिखित कारणों से भी जरूरी है:-


        ● सामाजिक और आर्थिक संतुलन: राजनीति के माध्यम से समाज में सामाजिक और आर्थिक संतुलन सुनिश्चित किया जाता है। राजनीतिक नेताओं की मदद से समाज के गरीब, असहाय और अल्पसंख्यक लोगों के लिए सही नीतियों का निर्धारण किया जाता है।


         ● न्यायपालन: राजनीति का मुख्य उद्देश्य न्याय के संरक्षण और सुनिश्चित करना है। राजनीतिक संस्थाएं न्याय के लिए अधिकारियों को नियुक्त करती हैं जो न्याय को सुनिश्चित करते हैं।


         ● सुरक्षा: राजनीति समाज की सुरक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। राजनीतिक संस्थाओं द्वारा सुरक्षा के लिए आवश्यक नीतियों का निर्धारण किया जाता है।


          ● विदेशी नीति: राजनीति देश के विदेशी नीति को भी सुनिश्चित करती हैं। विदेशों से व्यापारिक, राजनैतिक, आर्थिक एवं सामाजिक सम्बंध स्थापित कर राष्ट्र के विकास को गति प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती हैं।



           ● समाज के विकास: राजनीति समाज के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। राजनीतिक नीतियों और निर्णयों से आर्थिक, सामाजिक और वैज्ञानिक विकास की दिशा में संचालन किया जा सकता है।


           ● संघर्षों के समाधान: राजनीति उन संघर्षों के समाधान में मदद करती है जो समाज के भीतर होते हैं और जो समाज के विकास को रोकते हैं। राजनीतिक संरचनाएं और नीतियों के माध्यम से समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।


            ● न्याय और समानता: राजनीति समाज में न्याय और समानता के मानकों को सुनिश्चित करती है। राजनीतिक प्रक्रियाएं और निर्णयों से समाज में सभी लोगों के अधिकारों की सुरक्षा और विकास सुनिश्चित होता है।


            ● सीमा सुरक्षा: राजनीति विदेशी आक्रमण, अतिक्रमण की सुरक्षा दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। राजनीतिक नीतियों और निर्णयों से देश की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाता हैं।


             ― इस प्रकार संक्षेप में हम कह सकते हैं कि राजनीति का मुख्य उद्देश्य समाज के विकास, रक्षा और सुरक्षा का संचालन करना होता है।




भारतीय राजनीतिज्ञों के राजनीतिक सिद्धान्त:-


              कुछ प्रसिद्ध भारतीय राजनीतिज्ञ और उनके सिद्धान्त निम्नलिखिति रूप में प्रस्तुत किए जा सकते हैं-:-


        ● महात्मा गांधी- अहिंसा, सत्याग्रह और स्वदेशी आंदोलन के पक्षधर गांधी भारत के राजनीति के आधार स्तम्भ हैं। गांधी जी के राजनीतिक सिद्धान्त, विचारधारा, आचरण और कार्य भारतीय राजनीति के पथ-प्रदर्शक के रूप में सदैव कार्य करते हैं।


        ● भगत सिंह- समाजवादी विचारधारा के पोषक महान क्रांतिकारी शहिद भगत सिंह के विचारों का व्यापक प्रभाव भारतीय राजनीति के उपर दृष्टिगोचर होता हैं।


        ● जवाहरलाल नेहरू- गांधीवादी विचारधारा के प्रभावी प्रचारक और भारत के पहले प्रधानमंत्री थे। वह समाजवाद और पंचशील नीति का प्रतिनिधित्व करते थे।


         ● सरदार पटेल- भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक प्रमुख नेता थे और उन्होंने भारत के विभिन्न राज्यों को एकत्रित करने के लिए अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।


          ● बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर- भारतीय संविधान के निर्माता थे। वे दलितों के अधिकारों की लड़ाई लड़ते थे और समाज में उनके लिए समानता लाने के लिए लड़ते रहे।


           ● लाल बहादुर शास्त्री- भारतीय नेता और भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे। उन्होंने शांति, संयम और आत्मनिर्भरता के सिद्धांतों का प्रतिनिधित्व किया।



                    ― अन्य अनेक भारतीय राजनीतिज्ञों ने भारतीय राजनीति को अपने विचारों, कार्यों, आचरण और सिद्धांतों से प्रभावित किया हैं। इन राजनीतिज्ञों के विचारों और सिद्धांतों पर ही आरूढ़ होकर वर्तमान भारतीय राजनीति अपने विकास की ओर अग्रसर हैं।।



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